The best Side of mahavidya baglamukhi
ज्वल ज्ज्योत्स्ना रत्नाकर मणि विषक्तांघ्रि भवनं स्मरामस्तेधाम स्मरहर हरींद्रेंदु प्रमुखैः । अहोरात्रं प्रातः प्रणय नवनीयं सुविशदं परं पीताकारं परचित मणिद्वीप वसनम् ।।
ब्रह्मास्त्रं च प्रवक्ष्यामि खेद्य प्रत्यय कारणम् ।
पीत पद्म पद द्वंद्वां चंपकारण्य वासिनीं । पीतावतंसां परमां वन्दे पद्मज वन्दिताम् ।।
An additional interpretation indicates that Baglamukhi is a corruption in the term Valgamukhi; valga suggests "bridle" or "little bit". Just like the bridle or little bit – put in the mouth – is used to direct a horse, Bagalamukhi presents the supernatural power of control over a single's foes.[5] In this context, Bagalamukhi is she "whose encounter has the facility to regulate or conquer".[six]
देवी पीताम्बरा का नाम तीनों लोक में प्रसिद्ध है, पीताम्बरा शब्द भी दो शब्दों से बना है, पहला ‘पीत‘ तथा दूसरा ‘अम्बरा‘, जिसका अभिप्राय हैं पीले रंग का अम्बर धारण करने वाली। देवी को पीला रंग अत्यंत प्रिय है। देवी पीले रंग के वस्त्र इत्यादि धारण करती है, पीले फूलों की माला धारण करती है। पीले रंग से देवी का घनिष्ठ सम्बन्ध हैं। पञ्च तत्वों द्वारा संपूर्ण ब्रह्माण्ड का निर्माण हुआ हैं, जिनमें से पृथ्वी तत्व का सम्बन्ध पीले रंग से हैं। बगलामुखी या पीताम्बरा देवी साक्षात ब्रह्म-अस्त्र विद्या हैं, जिसका तोड़ तीनों लोक में किसी के द्वारा संभव नहीं हैं। सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड की शक्ति का समावेश देवी बगलामुखी में हैं।
बगलामुखी महाविद्या: बगलामुखी महाविद्या दस महाविद्याओं में आठवें स्थान पर विद्यमान है जो सर्व प्रकार स्तंभन युक्त शक्ति पीताम्बरा के नाम से प्रसिद्ध है। बगलामुखी शब्द दो शब्दों से बना है पहला ‘बगला‘ तथा दूसरा ‘मुखी‘। बगला से अर्थ हैं ‘विरूपण का कारण’ (वगुला एक पक्षी हैं, जिसकी क्षमता एक जगह पर अचल खड़े हो शिकार करना है) तथा मुखी से तात्पर्य मुख से है जिसका अर्थ है, मुख को विपरीत दिशा में मोड़ना। जिसको बगलामुखी कहा जाता है।
इति बगलामुखी अथवा पीताम्बरी ध्यानम् ॥
Get hold of Indian Astrology to speak to Astrologer and know the basis planetary cause (as a result of some troubling karma with the previous) that is producing difficulties in your daily life.
Pandit Ji will phone out 6 names and also the gotra of All your family members in the puja sankalp, combined with the names of other puja individuals.
The blessings of Maa Baglamukhi create website a divine protecting defend in the shape of the aura close to an individual thereby safeguarding him/her from malefic energies in the shape of black magic spells or evil eye.
इति ध्यात्वा पंचमुद्रया संपूज्य पीत शंखगदाहस्ते । पीत चन्दनचर्चिते बगळे मे वरंदेहि शत्रु संघ विदारिणि ।।
सौवर्णासनसंस्थितां त्रिनयनां पीतांशुकोल्लासिनीं हेमाभाङ्गरुचिं शशाङ्कमुकुटां सच्चम्पकस्रग्युताम् ।
गदाभ्रमण भिन्नाभ्रां भ्रुकुटी भीषणाननां । भीषयंतीं भीमशत्रून् भजे भक्तस्य भव्यदाम् ।।